4. भुवनेश्वरी महाविद्या
पुत्र प्राप्ति, मान-सम्मान और तेजस्विता के लिए माता भुवनेश्वरी की आराधना अत्यंत फलदायी मानी जाती है।
इन्हें शताक्षी और शाकम्भरी नामों से भी जाना जाता है।
इस महाविद्या की उपासना से सूर्य के समान तेजस्विता और आध्यात्मिक ऊर्ज़ा की प्राप्ति होती है,
साथ ही जीवन में सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान प्राप्त होता है।
मुख्य बातें:
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भुवनेश्वरी देवी को सम्पूर्ण ब्रह्मांड की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है।
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ये सौम्य, मातृभाव से युक्त और कृपालु रूप में पूजनीय हैं।
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इनकी उपासना से आत्मविश्वास, निर्णय-शक्ति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।
मंत्र इस प्रकार हैं:
📿 बीज मंत्र:
‘ह्रीं भुवनेश्वर्यै ह्रीं नमः।’
📿 मूल मंत्र:
‘ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं सौः भुवनेश्वर्यै नमः।’
(मंत्र जाप रुद्राक्ष या स्फटिक माला से करना उत्तम माना गया है।)